What is the full form of VPS (वीपीएस) ?

VPS (वीपीएस) ka full form: virtual private server (वर्चुअल प्राइवेट सर्वर)

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vps (वीपीएस) का फुल फॉर्म या मतलब वर्चुअल प्राइवेट सर्वर होता है।

वर्चुअल प्राइवेट सर्वर इंटरनेट होस्टिंग सर्विस प्रोवाइडर द्वारा बेची जाने वाली एक वर्चुअल मशीन है।

आसान भाषा में कहा जाए तो, वर्चुअल सर्वर वह सरवर होता है, जो एक पावरफुल फिजिकल सरवर को डिजिटल माध्यम से virtually डिवाइड करके बनाया जाता है

तो एक ही सरवर पर कई लोगों को digitally डिवाइड करके होस्टिंग स्पेस दे दिया जाता है, और यहां जो स्पेस हर सरवर के लिए allocate होता है, उस पर दूसरे वर्चुअल पार्ट से कोई फर्क नहीं पड़ता है

तो कहने का मतलब हुआ कि एक ही फिजिकल सर्वर पर जो अलग-अलग स्पेस allocate किया गया है, वह अलग अलग काम करता है

इसीलिए इसे वर्चुअल प्राइवेट सरवर कहा जाता है, मतलब किसी एक क्लाइंट के वेबसाइट पर बहुत सारा ट्रैफिक आने से दूसरे vps क्लाइंट के होस्टिंग पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा

VPS ka full form
VPS ka full form

वर्चुअल प्राइवेट सर्वर (VPS) क्या होता है

वर्चुअल प्राइवेट सर्वर को अच्छे से समझने के लिए पहले हम समझते हैं सरवर की बारीकियों के बारे में

सरवर या होस्टिंग वह फिजिकल स्पेस होता है, जहां हम अपनी वेबसाइट और इसके डाटा को स्टोर करते हैं

चुकी हर वेबसाइट और क्लाइंट की जरूरत अलग-अलग होती है इसीलिए सर्वर या होस्टिंग भी कई तरह के होते हैं

कुछ फेमस होस्टिंग के प्रकार यह सब हैं-

शेयर्ड होस्टिंग (Shared Hosting)

शेयर्ड होस्टिंग- मतलब यहाँ एक ही फिजिकल सर्वर को सैंकड़ो या हजारों यूजर्स के साथ शेयर किया जाता है

मतलब अगर आप शेयर्ड होस्टिंग खरीदते हैं अपनी वेबसाइट को होस्ट करने के लिए, तो आपकी होस्टिंग प्रोवाइडर आपका वेबसाइट उसी सर्वर पर और उसी सेम स्पेस में रख देगी , जिसमे और बहुत सारे दूसरे क्लाइंट के भी वेबसाइट होंगे

इसलिए इस प्रकार के सर्वर में, सभी क्लाइंट उस विशेष सर्वर के प्रमुख संसाधनों का उपयोग करते हैं, जैसे कि सीपीयू, रैम और Disk Space।

इससे कई तरह की समस्याएं आती है, जैसे अगर किसी एक क्लाइंट की वेबसाइट पर बहुत सारे विजिटर आ गए, तो दूसरे क्लाइंट का वेबसाइट भी स्लो हो जाएगा

वही सिक्योरिटी का भी इशू रहता है, शेयर्ड होस्टिंग हाईली सिक्योर नहीं रहता है

लेकिन शेयर्ड होस्टिंग के साथ फायदा यह होता है कि यह काफी सस्ता होता है, और जो लोग नया वेबसाइट बना रहे हैं, या डिजिटल फील्ड में नया आए हैं वह शेयर्ड होस्टिंग से शुरुआत कर सकते हैं

आगे आपको इस आर्टिकल में विस्तार से समझाया गया है कि कौन से कंपनी का शेयर्ड होस्टिंग शुरुआत में लेना बेहतर रह सकता है

डेडीकेटेड सर्वर या प्राइवेट सर्वर

डेडीकेटेड सर्वर होस्टिंग को ही हम प्राइवेट सर्वर होस्टिंग भी कहते हैं, इस तरह के होस्टिंग में एक सरवर एक क्लाइंट को दिया जाता है

इसको अगर आसान भाषा में समझने की कोशिश करें, तो डेडीकेटेड सरवर एक ऐसा कंप्यूटर होता है जिसका एक्सेस केवल एक क्लाइंट को दिया जाता है, और उसके सारे रिसोर्सेज जैसे कि सीपीयू, रैम, डिस्क स्पेस का उपयोग केवल एक ही क्लाइंट अपने लिए करता है

डेडीकेटेड सर्वर का सिक्योरिटी हाई लेवल का होता है, और चुकी किसी दूसरे क्लाइंट को सरवर का एक्सेस नहीं रहता है, तो सिक्योरिटी की समस्या बहुत कम रहती है

लेकिन डेडीकेटेड सर्वर महंगा होता है, और इस पर कोई एक टाइप का ही ऑपरेटिंग सिस्टम चलाया जा सकता है, जैसे विंडो या linux, कोई एक ही एक बार में इस पर काम करेगा

वर्चुअल प्राइवेट सर्वर (VPS)

तो आप जब आपको शेयर्ड होस्टिंग और डेडीकेटेड होस्टिंग के बारे में पता चल चुका है, तो आप समझ सकते हैं कि वह सभी लोग जो शेयर्ड होस्टिंग से आगे बढ़ना चाहते हैं,

लेकिन डेडीकेटेड होस्टिंग को इसके दाम के कारण नहीं अफ़्फोर्डनहीं कर सकते हैं, तो उनके लिए एक बहुत ही शानदार सलूशन लाया गया वर्चुअल प्राइवेट सर्वर के रूप में

जब किसी फिजिकल सरवर को कई भागों में बांटा जाता है, तो हर पार्ट के लिए सीपीयू, रैम और डिस्क स्पेस allot कर दिया जाता है डिजटल माध्यम से

तो इस तरह से कम खर्च में बहुत सारे ऐसे लोग जिनकी जरूरत बहुत ज्यादा बड़ी नहीं है, को डेडीकेटेड होस्टिंग का बेनिफिट कम दाम में उपलब्ध कराया जाता है

तो वर्चुअल प्राइवेट सर्वर में भी आपको डेडीकेटेड होस्टिंग का सारा बेनिफिट मिल जाता है, लेकिन बैंडविथ और सीपीयू, डेडिकेटेड होस्टिंग के मुकाबले कम रहता है
VPS का सिक्योरिटी भी हाई लेवल का होता है

प्रत्येक VPS का अपना ऑपरेटिंग सिस्टम होता है जो अन्य VPS से पूरी तरह अलग होता है

मुख्य तौर पर VPS दो कंफीग्रेशन में आता है, सिंगल सर्वर VPS और क्लाउड VPS

5 सबसे अच्छे वीपीएस (VPS) और होस्टिंग प्रोवाइडर


 

 

 

शेयर्ड होस्टिंग एक वेबसाइट के लिए ₹79 महीने से शुरू होती है

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वीपीएस होस्टिंग के फायदे

वीपीएस होस्टिंग कम खर्च में आता है

VPS यानी वर्चुअल प्राइवेट सर्वर में आपको कम खर्च में ज्यादा सुविधाएं मिल जाती हैं, क्योंकि नेटवर्क फैसिलिटी, सर्वर मैनेजमेंट कॉस्ट, और फिजिकल हार्डवेयर दूसरे वर्चुअल प्राइवेट सर्वर क्लाइंट के साथ शेयर किया जाता है

वीपीएस होस्टिंग को आसानी से अपग्रेड किया जा सकता है

आप अपने वर्चुअल प्राइवेट सर्वर पर कोई भी तरह का सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करने की आपको आजादी मिलती है और साथ में आप अपनी सुविधा के अनुसार टेक्निकल सेटिंग्स भी कर सकते हैं

VPS आपको अधिकतम परफॉर्मेंस और स्वतंत्रता देता है

VPS होस्टिंग में, आपकी होस्टिंग कंपनी आपके हार्डवेयर और अन्य संसाधनों को आपकी योजना के अनुसार आवंटित करती है।

इससे आपको ज्यादा से ज्यादा परफॉरमेंस और स्टेबिलिटी मिलती है।

आपको अपने वर्चुअल प्राइवेट सर्वर पर किसी भी प्रकार के सॉफ़्टवेयर को स्थापित करने की स्वतंत्रता भी मिलती है और साथ ही आप अपनी सुविधानुसार तकनीकी सेटिंग्स भी कर सकते हैं।

VPS ke fayde
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जितने वेबसाइट चाहे होस्ट कर सकते हैं

वीपीएस होस्टिंग के साथ आप जितने वेबसाइट चाहे, अपने सरवर पर होस्ट कर सकते हैं, हां यहां केवल वेबसाइट विजिटर का आपको ध्यान रखना होगा, जैसे ही आपके वेबसाइट पर विजिटर आपके प्लान से ज्यादा हो जाएं आपको अपने VPS को अपग्रेड करना होगा

VPS FAQs in Hindi

अनमैनेज्ड और मैनेज्ड वीपीएस होस्टिंग क्या होता है?

जब भी हम किसी भी कंपनी से कोई होस्टिंग खरीदते हैं, तो हमें कई तरह के टेक्निकल सेटिंग्स और डाटा ट्रांसफर करना होता है
अगर आप मैनेज्ड VPS खरीदते हैं, तो उस होस्टिंग प्रोवाइड करने वाली कंपनी के लोग आपके सारे टेक्निकल पार्ट का देखरेख करेंगे
मतलब आपको बस पेमेंट कर देना है और सारी टेक्निकल चीजें उनके एंपलाई आपके लिए कर देंगे, लेकिन अगर आप अनमैनेज्ड होस्टिंग खरीदते हैं तो आपको सारे सेटिंग्स और डाटा ट्रांसफर खुद करना होता है
तो इसीलिए जो लोग अच्छा टेक्निकल नॉलेज नहीं रखते हैं, उन्हें सलाह दी जाती है कि वह मैनेज्ड वेब होस्टिंग ही परचेस करें

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