OS (ओएस) का फुल फॉर्म या मतलब Operating System (ऑपरेटिंग सिस्टम) होता है।
ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating System) एक कंप्यूटर या मोबाइल उपयोगकर्ता और कंप्यूटर हार्डवेयर या मोबाइल हार्डवेयर के बीच एक इंटरफ़ेस है।
कोई भी कंप्यूटर या मोबाइल सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर के कॉन्बिनेशन से काम करता है, तो ऑपरेटिंग सिस्टम, सिस्टम सॉफ्टवेयर है, जो कंप्यूटर या मोबाइल हार्डवेयर और कंप्यूटर या मोबाइल सॉफ्टवेयर को साथ में काम करने का एक प्लेटफार्म प्रदान करता है, ताकि कंप्यूटर या मोबाइल सही तरह से काम कर सके।
ऑपरेटिंग सिस्टम किसी भी कंप्यूटर या मोबाइल के सभी बेसिक टास्कस को परफॉर्म करता है, जैसे की मेमोरी मैनेजमेंट, फाइल मैनेजमेंट, इनपुट और आउटपुट हैंडलिंग, प्रोसेस मैनेजमेंट आदि।

चाहे आपका मोबाइल हो कंप्यूटर हो वीडियो गेम हो या सुपरकंप्यूटर हो सब कुछ ऑपरेटिंग सिस्टम के कारण ही सही ढंग से काम कर रहा है।
ऑपरेटिंग सिस्टम के कई प्रकार होते हैं, जैसे कि सिंगल टास्किंग और मल्टीटास्किंग
इसके अलावा सिंगल यूजर और मल्टी यूजर ऑपरेटिंग सिस्टम भी होते हैं।
शुरुआत में जब कंप्यूटर बना तो बिना ऑपरेटिंग सिस्टम के वह केवल एक ही काम करने में सक्षम हुआ करता था, जैसे कि केलकुलेटर
कंप्यूटर को मल्टीटास्किंग, मतलब,एक ही बार में बहुत सारा काम करने में सक्षम ऑपरेटिंग सिस्टम ने बनाया है।
विंडोज, मैक ओएस और लाइनेक्स कुछ सबसे फेमस कंप्यूटर ऑपरेटिंग सिस्टम है, वही एंड्रॉयड और आईओएस सबसे ज्यादा फेमस मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम है।
जब भी आप अपने कंप्यूटर या मोबाइल को पहली बार ऑन करते हैं, तो वह ऑन होने से पहले थोड़ा टाइम लेता है, और कुछ इंटरनल प्रोसेस करता है, दरअसल आपका कंप्यूटर या मोबाइल अपने ऑपरेटिंग सिस्टम को स्टार्ट कर रहा होता है, जिसकी मदद से आप अपने मोबाइल या कंप्यूटर पर अन्य सॉफ्टवेयर्स का प्रयोग कर पाएंगे और अपना जरूरी काम कर पाएंगे।
OS (ओएस)- ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating System) का महत्व, मोबाइल और कंप्यूटर में
कोई यानी ऑपरेटिंग सिस्टम किसी भी मोबाइल या कंप्यूटर के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, या कहें तो सबसे महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह यूजर और कंप्यूटर या मोबाइल के बीच मिडिलमैन का काम करता है।
जैसा कि आप जानते हैं की कंप्यूटर एक अलग मशीन लैंग्वेज को समझता है, किसी भी ह्यूमन लैंग्वेज को नहीं समझता है।
तो कोई यूजर किसी कंप्यूटर प्रोसेसर को डायरेक्टली ह्यूमन लैंग्वेज में कमांड नहीं दे सकता है, और ना ही कंप्यूटर किसी काम को परफॉर्म कर ह्यूमन लैंग्वेज में जवाब दे सकता है।
तो यहां जरूरत होती है, एक ऐसे प्रोग्राम की जो कंप्यूटर लैंग्वेज और ह्यूमन लैंग्वेज दोनों को समझता हो, और दोनों के बीच कोआर्डिनेशन स्थापित कर सके।
कोई ऑपरेटिंग सिस्टम मोबाइल या कंप्यूटर में इसी महत्वपूर्ण काम को करता है।
ऑपरेटिंग सिस्टम (OS -ओएस) के कार्य
ऑपरेटिंग सिस्टम कंप्यूटर या मोबाइल ऑपरेशन के सबसे महत्वपूर्ण काम को अंजाम देते हैं ,जैसे कि-
- मेमोरी मैनेजमेंट
- डिवाइस मैनेजमेंट
- प्रोसेस मैनेजमेंट
- फाइल मैनेजमेंट
- सिक्योरिटी
- सिस्टम परफॉर्मेंस कंट्रोल
- एरर डिटेक्श
- सभी अन्य सॉफ्टवेयर और यूजर के बीच सामंजस्य कोआर्डिनेशन

ऑपरेटिंग सिस्टम के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें
- जब तक आपका कंप्यूटर या मोबाइल ऑन रहता है, उसका ऑपरेटिंग सिस्टम भी ऑन रहता है।
- ऑपरेटिंग सिस्टम का प्रयोग करके ही आप कंप्यूटर या मोबाइल के अन्य जरूरी हार्डवेयर पार्ट्स जैसे सीपीयू, मेमोरी और इनपुट आउटपुट डिवाइस जैसे कि माउस, कीबोर्ड आदि का उपयोग कर सकते हैं।
- कंप्यूटर पर यूज होने वाले ऑपरेटिंग सिस्टम में सबसे ज्यादा फेमस माइक्रोसॉफ्ट का विंडोज है, और करीब 83 % कंप्यूटर में माइक्रोसॉफ्ट का विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम प्रयोग होता है ।
वही दूसरे नंबर पर एप्पल का मैक ऑपरेटिंग सिस्टम है, जिसका प्रयोग करीब 14 % कंप्यूटर में होता है। - दुनिया भर के स्मार्टफोन में सबसे ज्यादा प्रयोग होने वाला ऑपरेटिंग सिस्टम गूगल का एंड्रॉयड है वही दूसरे नंबर पर एप्पल का आईओएस है, एंड्राइड का मार्केट शेयर करीब 88 परसेंट का है वही 12 परसेंट शेयर आईओएस का है।
- लाइनेक्स ऑपरेटिंग सिस्टम भी एक फेमस कंप्यूटर ऑपरेटिंग सिस्टम है, जिसका प्रयोग अधिकतर सुपरकंप्यूटर और सरवर कंप्यूटर्स में किया जाता है।
इसी तरह के फुल फॉर्म
यूएसबी फुल फॉर्म
केबीपीएस फुल फॉर्म