COMPUTER (कंप्यूटर) का फुल फॉर्म या मतलब Common Operating Machine Purposely used for Technological and Educational research (कॉमन ऑपरेटिंग मशीन पर्पसली यूज्ड फॉर टेक्नोलॉजिकल एंड एजुकेशनल रिसर्च) होता है
वैसे देखा जाए तो कंप्यूटर एक एक्रोनीम नहीं है और यह एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का नाम है
कंप्यूटर सामान्य काम में आने वाला एक मशीन है, जिसको हम प्रोग्राम कर सकते हैं, बहुत सारे लॉजिकल और अर्थमैटिक फंक्शंस के लिए, और वह हमारे इंस्ट्रक्शन के अनुसार हमारे काम को एग्जीक्यूट करके देता है
आसान भाषा में कहें तो, कंप्यूटर एक ऐसा इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है, जो हमारे काम को आसान बनाता है, और किसी भी कंप्यूटर को जिस काम के लिए प्रोग्राम्ड किया गया है, उस काम को वह जल्दी से और सही ढंग से करता है
चुकी कंप्यूटर भारतीय शब्द नहीं है, इसलिए कई बार लोग इस का फुल फॉर्म जानना चाहते हैं, और कई लोग कॉमन ऑपरेटिंग मशीन पर्पसली यूज्ड फॉर टेक्नोलॉजिकल एंड एजुकेशनल रिसर्च (Common Operating Machine Purposely used for Technological and Educational research)को ही कंप्यूटर की फुल फॉर्म के रूप में यूज करते हैं
चार्ल्स बैबेज को कंप्यूटर का जनक कहा जाता है, उन्होंने ही सन 1830 में एनालिटिकल इंजन का प्लान डिवेलप किया था, जिसे आगे चलकर कंप्यूटर के रूप में जाना जाने लगा

COMPUTER (कंप्यूटर) क्या है?
कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जो पहले से निर्धारित किए गए इंस्ट्रक्शन के अनुसार हमारा जरूरी काम करता है
कंप्यूटर डाटा को स्टोर करने, उसमें जरूरी चेंज करने, और फिर से मांगे जाने पर डाटा उपलब्ध कराने में सक्षम है
आज हमारा बहुत सारा जरूरी का कंप्यूटर की मदद से ही होता है, जैसे कि कोई डॉक्यूमेंट टाइप करना गेम खेलना ईमेल भेजना वेब ब्राउज़र करना आदि
आपको जानकर आश्चर्य होगा की हमारा मोबाइल भी एक मिनी कंप्यूटर हो गया है, और इसीलिए आज एक साथ हमारे कई जरूरी काम को सही ढंग से करने में मोबाइल सक्षम है

चाहे कोई फैक्ट्री हो, कॉलेज हो, इलेक्ट्रिसिटी डिपार्टमेंट हो, या हमारा कार, हर जगह कंप्यूटर का प्रयोग हो रहा है, और इसीलिए हमारा कार या नए प्लांट स्मार्ट बनते जा रहे हैं
और साथ में बढ़ता जा रहा है, कंप्यूटर से रिलेटेड अलग-अलग स्तर के कोर्स, जैसे कि कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग, आईटी, बीसीए, कोपा आदि का डिमांड
COMPUTER (कंप्यूटर) के महत्वपूर्ण पार्ट्स
कोई भी कंप्यूटर बहुत सारे जरूरी पार्ट्स को मिलाकर बनता है जिसे हम दो केटेगरी में रख सकते हैं सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर
हार्डवेयर
कंप्यूटर के सभी फिजिकल पार्ट को कंप्यूटर हार्डवेयर कहा जाता है, जैसे कि कीबोर्ड माउस मॉनिटर आदि
मदरबोर्ड
यह कंप्यूटर का सबसे महत्वपूर्ण पाठ में से एक है, और मदरबोर्ड पर ही कंप्यूटर के प्रोसेसर को अटैच किया जाता है
सभी तरह के इनपुट और आउटपुट डिवाइस को कनेक्ट करने का पोर्ट भी मदरबोर्ड पर ही लगा होता है
सीपीयू/प्रोसेसर
सीपीयू यानी सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट को ही प्रोसेसर या कंप्यूटर का दिमाग भी कहते हैं, यही सभी तरह के डाटा को प्रोसेस कर, जरूरी रिजल्ट डिलीवर करता है
आज दुनिया के अधिकतर कंप्यूटर और लैपटॉप में इंटेल का प्रोसेसर लगा है और इंटेल का सबसे एडवांस प्रोसेसर i9 है
रैम
रैम को रेंडम एक्सेस मेमोरी भी कहते हैं, हम जो भी काम कंप्यूटर पर करते हैं, वह उस समय रैम पर ही सेव रहता है, और फिर कंप्यूटर बंद करने पर वह इंफॉर्मेशन मिट जाता है
हार्ड ड्राइव
हार्ड ड्राइव कंप्यूटर का वह पार्ट होता है, जहां हम कोई भी जरूरी इंफॉर्मेशन हमेशा के लिए सेव कर रख सकते हैं
कंप्यूटर का ऑपरेटिंग सिस्टम भी इसी हार्ड ड्राइव पर ही इंस्टॉल किया जाता है
कंप्यूटर के सॉफ्टवेयर पार्ट्स
कंप्यूटर के सॉफ्टवेयर पार्ट्स की बात करें तो सबसे महत्वपूर्ण सॉफ्टवेयर कंप्यूटर का ऑपरेटिंग सिस्टम होता है, ऑपरेटिंग सिस्टम ही अलग-अलग तरह के हार्डवेयर की मदद से जरूरी कामों का निष्पादन करता है
इसके अलावा भी बहुत सारे सॉफ्टवेयर हम अपनी जरूरत के हिसाब से कंप्यूटर पर इंस्टॉल कर सकते हैं, जैसे कि माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस ,माइक्रोसॉफ्ट पावरप्वाइंट, फोटोशॉप आदि
सबसे फेमस ऑपरेटिंग सिस्टम माइक्रोसॉफ्ट का विंडोज है जो दुनिया के लगभग 83% कंप्यूटर में प्रयोग होता है वही दूसरा सबसे फेमस ऑपरेटिंग सिस्टम एप्पल का मैक ओएस है
COMPUTER (कंप्यूटर) का विकास
जब कंप्यूटर शुरू किए गए थे, तो एक कंप्यूटर केवल एक कार्य करने में सक्षम था, लेकिन आज विकास के कारण, एक समय में एक कंप्यूटर कई कार्यों को संभाल सकता है, और इसमें कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) आ रही है।
हम कंप्यूटर के क्रमिक विकास को इन पाँच भागों में विभाजित कर सकते हैं-
- फर्स्ट जेनरेशन कंप्यूटर्स – बेस्ट ऑन वेक्यूम ट्यूब (1940-1956)
- 2nd जेनरेशन कंप्यूटर- बेस्ड ऑन ट्रांजिस्टर (1956-1963)
- थर्ड जेनरेशन कंप्यूटर्स- बेस्ट ऑन इंटीग्रेटेड सर्किट (1964-1971)
- फोर्थ जेनरेशन कंप्यूटर्स- बेस्ट ऑन माइक्रोप्रोसेसर (1971- अभी तक)
- 5th जेनरेशन कंप्यूटर – अभी चल रहा है, और भविष्य में भी इसी का प्रयोग होगा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के साथ
जब कंप्यूटर 50 के दशक में निर्मित होने लगे थे, तो कंप्यूटर का आकार बहुत बड़ा था, पहले वैक्यूम-आधारित कंप्यूटर का आकार एक कमरे के बराबर था, और यह केवल एक ही काम कर सकता था।
आज अधिकतर लोग कंप्यूटर के दो रूप, डेक्सटॉप या पर्सनल कंप्यूटर किसे कहते हैं, और लैपटॉप का प्रयोग करते हैं
लैपटॉप को कहीं लेकर आने जाने में बहुत सुविधा होती है, इसीलिए आज बहुत सारे लोग लैपटॉप पर ही अपना जरूरी काम करते हैं
वहीं ऑफिस में आज भी कंप्यूटर का प्रयोग बड़े स्तर पर होता है
कोई भी कंप्यूटर किसी काम को बिना किसी गलती के दिए गए इंस्ट्रक्शन और पहले से निर्धारित नियमों के अनुसार करता है
कंप्यूटर के कुछ फायदे
कंप्यूटर के कारण आज हमारा काम करने का तरीका पूरी तरह बदल गया है कंप्यूटर के कुछ फायदे निम्न है-
- मल्टी टास्किंग
कंप्यूटर का सबसे बड़ा फायदा यह है, कि कोई कंप्यूटर एक साथ कई काम को कर सकता है, आज का कंप्यूटर हर सेकंड हजारों इंस्ट्रक्शंस को फॉलो कर रहा होता है - एक्यूरेसी
कोई भी कंप्यूटर किसी काम को बिना किसी गलती के दिए गए इंस्ट्रक्शन और पहले से निर्धारित नियमों के अनुसार करता है - स्पीड
आज के एडवांस कंप्यूटर बड़े-बड़े काम को पल भर में करने में सक्षम है
कंप्यूटर के कुछ प्रसिद्ध ब्रांड
कंप्यूटर के बारे में कुछ इंटरेस्टिंग बातें
- क्या आप जानते हैं कि आज दुनिया की 90% से ज्यादा करेंसी कंप्यूटर पर ही है, मतलब डिजिटल फॉर्म में है
- पहला कंप्यूटर का साइज 18 स्क्वायर फीट का था और इसका वजन 27 टन था
कंप्यूटर एक बहुत ही महत्वपूर्ण और बहुत बड़ा टॉपिक है, जिसके बहुत सारे एक्रोनिम को हम हर दिन अपने रोजमर्रा में यूज़ करते है, तो आइये उनमे से कुछ एक्रोनिम का फुल फॉर्म जानते है
इसी तरह के फुल फॉर्म
ओके फुल फॉर्म
बीडीएस फुल फॉर्म
bahut good information hai sir ji bahut bahut dhanywaad
Jgvv
Tq sir mujhe aap ke dwara bahut knowledge mila he tq sir