CC(सीसी) एक फेमस एक्रोनीम है, जिसके कई फुल फॉर्म होते हैं जिनमें से चार बहुत ज्यादा फेमस है उनके बारे में विस्तार से नीचे बताया गया है
Cubic Centimeter(क्यूबिक सैंटीमीटर)
Carbon Copy(कार्बन कॉपी)
Credit card(क्रेडिट कार्ड )
Country code(कंट्री कोड)
फुल फॉर्म्स के बारे में हम विस्तार से बात करेंगे
CC(सीसी)- Cubic Centimeter(क्यूबिक सैंटीमीटर)
क्यूबिक सैंटीमीटर का प्रयोग ऑटोमोबाइल के सेक्टर में किसी इंजन के कैपेसिटी या वॉल्यूम को दर्शाने के लिए किया जाता है
किसी भी वाहन के इंजन जो पेट्रोल, डीजल या गैस से चलता है, के पावर या छमता को हम क्यूबिक सैंटीमीटर या सीसी से प्रदर्शित करते हैं
जैसा कि हम जानते हैं, किसी भी वाहन को चलाने के लिए जरूरत होती है पावर की, और वह पावर आता है इंजन से
इंजन के सिलेंडर के अंदर जब फ्यूल और एयर मिक्सर को जलाया जाता है, तो उससे पावर उत्पन्न होती है
जितना बड़ा सिलेंडर का साइज होगा ,वह उतना ज्यादा फ्यूल जला पायेगा, और उतना ज्यादा पावर दे पाएगा
हर इंजन के सिलेंडर के अंदर एक पिस्टन होता है, जो जले हुए फ्यूल के दबाव से पावर उत्पन करता है
यह पिस्टन सिलेंडर के बॉटम पार्ट से लेकर ऊपरी पार्ट तक घूमते रहता है
पिस्टन को घूमने के लिए निचले भाग से ऊपरी भाग तक जितनी जगह होती है, उसे उस इंजन का कैपेसिटी कहा जाता है
इस सिलेंडर के अंदर के जगह को लीटर में दर्शाया जाता है, जैसे किसी इंजन के सिलेंडर के बारे में बताया जाता है, कि इसमें 1 लीटर का सिलेंडर है, या 1.5 लीटर का सिलेंडर है

तो अगर किसी इंजन का सिलेंडर बड़ा है, मतलब फ्यूल बर्निंग कैपेसिटी ज्यादा है, तो वह ज्यादा पावर प्रोड्यूस कर पाएगा
तो हम कह सकते हैं की जितना ज्यादा सीसी का इंजन होगा, उतना ज्यादा ईंधन बर्न करने की उसकी कैपेसिटी होगी और उतना ज्यादा वह पावर प्रोड्यूस करेगा
किसी भी इंजन के क्यूबिक कैपेसिटी क्षमता को क्यूबिक सैंटीमीटर में दर्शाया जाता है
कुछ एग्जांपल से हम क्यूबिक कैपेसिटी को बेहतर समझने की कोशिश करते हैं
कुछ उदाहरणों के साथ, हम CC- घन क्षमता (Cubic capacity) को बेहतर ढंग से समझने की कोशिश करते हैं।
पल्सर 150CC बाइक– इसका मतलब है, इस बाइक के इंजन की क्षमता 150 घन सेंटीमीटर(cubic centimeter) है
मारुति सुजुकी स्विफ्ट डिजायर- 4 सिलेंडर- 2 लीटर- 1200 सीसी- इसका मतलब है, इसमें 4 सिलेंडर हैं और एक साथ इसका आकार 2 लीटर है, और क्षमता 1200cc है

ज्यादा सीसी का इंजन मतलब ज्यादा पावर?
एक जरूरी सवाल यहां यह बनता है कि क्या जितना बड़ा इंजन होगा मतलब जितना बड़ा इंजन का सिलेंडर होगा, उतना ज्यादा क्यूबिक कैपेसिटी होगा, मतलब उतना ज्यादा पावर होगा
पुराने जमाने के इंजन में यह बात बिल्कुल सही थी लेकिन आज यह पूरी तरह सही नहीं रह गया है जरूरी नहीं है कि ज्यादा क्यूबिक कैपेसिटी का इंजन आपको ज्यादा पावर देगी
दो बाइक एग्जांपल से इसको हम बेहतर समझ सकते हैं
- पल्सर 220 CC- पावर आउटपुट 21 bhp
- बुलेट 350 CC- पावर आउटपुट 19.8 bhp
CC(सीसी)- Carbon Copy(कार्बन कॉपी)
पुराने ज़माने में जब ज़ेरॉक्स मशीन इतना ज्यादा अवेलेबल नहीं था, और अगर किसी लेटर या नोट को लिखते वक़्त एक से ज्यादा कॉपी की जरुरत होती थी, तो एक कार्बन पेपर का प्रयोग किया जाता था
इसके लिए मेन पेपर के निचे कार्बन लगा कर दूसरा पेज लगाया जाता था, इससे जो पहले पेज पर लिखा जाता था, वही दूसरे शीट पर भी दर्ज हो जाता था.
इस तरह से एक बार में जितने चाहे कॉपी लिख सकते थे
लेकिन आज सीसी यानी कार्बन कॉपी का सबसे ज्यादा प्रयोग ईमेल यानी इंटरनेट मेल भेजने में होता है
जब इंटरनेट का प्रयोग शुरू हुआ तो ई-मेल का चलन भी बढ़ गया
जब हम कोई ईमेल किसी को भेज रहे होते हैं, तो अगर उसके साथ और भी लोगों को हम वही मेल भेजना चाहते हैं, और यह भी दिखलाना चाहते हैं, कि कितने लोगों को यह मेल भेजा गया है, तो हम वहां सीसी यानी कार्बन कॉपी का प्रयोग करते हैं
बड़े-बड़े ऑर्गेनाइजेशंस और कंपनीज में जहां किसी मेल को बहुत सारे लोगों को या एक पर्टिकुलर टीम को भेजे जाने की जरूरत होती है, CC बहुत काम का साबित होता है

CC के साथ ही मेल भेजने में एक और term का यूज़ होता है, जिसे बीसीसी कहते हैं
जिसका मतलब ब्लैंक कार्बन कॉपी होता है
अगर किसी मेल को किसी ऐसे व्यक्ति के पास भी भेजना है, जिसके बारे में और लोगों को नहीं पता होना चाहिए, तो उस व्यक्ति के ईमेल आईडी को बीसीसी में डाल देते हैं
CC(सीसी)- Credit card(क्रेडिट कार्ड )
सीसी का एक और फेमस फुल फॉर्म क्रेडिट कार्ड होता है
क्रेडिट कार्ड एक प्रकार का लोन होता है, जो आपको फिजिकल रूप, कार्ड के फॉर्म में दिया जाता है
जिसको आप शॉपिंग और सर्विसेस के लिए पेमेंट करने के लिए प्रयोग कर सकते हैं
क्रेडिट कार्ड पर खर्च किए गए अमाउंट को आप को हर महीने निश्चित तारीख को वापस चुकाना होता है
लगभग सभी सरकारी और प्राइवेट बैंक क्रेडिट कार्ड प्रोवाइड करते हैं, जैसे-
एसबीआई क्रेडिट कार्ड, एक्सिस बैंक क्रेडिट कार्ड, आईसीआईसीआई बैंक क्रेडिट कार्ड
CC(सीसी)- Country code(कंट्री कोड)
सीसी का एक और फुल फॉर्म कंट्री कोड होता है
दुनिया में जितने भी देश हैं, हर देश का एक कंट्री कोड बनाया गया है, ताकि लोग बिना किसी कन्फ्यूजन के पूरी दुनिया में एक दूसरे से बात कर सकें
उदाहरण के लिए भारत का देश कोड है – 91 और संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए 1 है
अगर आप किसी देश के किसी नंबर पर बात करना चाहते हैं तो आपको उस नंबर से पहले उस देश का कंट्री कोड लगाना होता है
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