IRS (आईआरएस ) का फुल फॉर्म या मतलब Indian Revenue Service (इंडियन रिवेन्यू सर्विस) होता है, जिसे भारतीय राजस्व सेवा भी कहते हैं
इंडियन रेवेन्यू सर्विस पब्लिक सर्विस के अंतर्गत आता है, और इस ए ग्रेड के नौकरी के लिए यूपीएससी एग्जाम क्वालीफाई करना होता है
यूपीएससी एग्जाम क्वालीफाई करने वाले स्टूडेंट्स के बीच आईआरएस सबसे फेमस ऑप्शंस में से एक है
यह सर्विस एडमिनिस्ट्रेटिव रेवेन्यू सर्विस है भारत सरकार का, जो वित्त मंत्रालय राजस्व विभाग के अंतर्गत काम करती है

यह डिपार्टमेंट भारत सरकार को अलग-अलग तरह से रेवेन्यू जेनरेट करने में मदद करता है
इंडियन रेवेन्यू सर्विस का काम केंद्र सरकार को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप में कर संग्रह में मदद करना है
यह नौकरी भारत में सबसे सम्मानित और जिम्मेवारी वाली नौकरियों में से एक है जिसके लिए हर साल लाखों स्टूडेंट अप्लाई करते हैं और उनमें से कुछ ही इस एग्जाम को क्लियर कर पाते हैं
जैसा कि आप जानते हैं यूपीएससी के अंतर्गत आने वाले सभी पोस्ट में से सबसे ज्यादा रॉयल पोस्ट आईएएस और आईपीएस को माना जाता है, लेकिन आईएएस और आईपीएस ऑफिसर को सीधे आम लोग और शासन व्यवस्था से इंटरेक्ट करना पड़ता है , जिसके कारण कई बार ये अफसर असहज महसूस करते हैं, इसीलिए कई लोग upsc में टॉप रैंक होने पर भी आईआरएस सर्विस को चुनते हैं, ताकि उनका पब्लिक इंटरैक्शन कम हो, और वह ऑफिस से देश के लिए काम कर सकें
आईआरएस में दो शाखाएं शामिल हैं, भारतीय राजस्व सेवा (आयकर) और भारतीय राजस्व सेवा (कस्टम और अप्रत्यक्ष कर)
आईआरएस अधिकारी देश की प्रगति, सुशासन और सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं क्योंकि इन सभी को देश में एक अच्छा कर संग्रह के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है।
IRS (आईआरएस ) का इतिहास
भारत में इनकम टैक्स की शुरुआत 1860 में अंग्रेजों द्वारा की गई थी, जिसे आजादी के बाद 1953 में इंडियन रेवेन्यू सर्विस के रूप में फिर से गठित किया गया
पात्रता (Eligibility)
जो छात्र आईआरएस अधिकारी बनने का सपना देखते हैं, उन्हें कुछ बुनियादी पात्रता शर्तों को पूरा करना आवश्यक है।
- राष्ट्रीयता– भारतीय
- आयु– न्यूनतम 21 वर्ष, अधिकतम 32 वर्ष (अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति और पीएच उम्मीदवारों के लिए आयु में छूट)
- शैक्षिक योग्यता– किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से किसी भी विषय में स्नातक
- प्रयासों की संख्या– सामान्य वर्ग के लिए 6, अन्य श्रेणियों के छात्रों के लिए छूट
परीक्षा पैटर्न-
IRS और अन्य पोस्ट के लिए आयोजित UPSC परीक्षा में तीन चरण हैं-
- प्रारंभिक (Preliminary)
- मेंस (Mains)
- साक्षात्कार
आईआरएस रैंक, वेतन और पदोन्नति
आईआरएस रैंक | वेतनमान |
सहायक आयकर आयुक्त | Rs. 15,600-39,100
ग्रेड पे Rs.5,400 |
डिप्टी कमिश्नर ऑफ इनकम टैक्स | Rs. 15,600-39,100
Grade pay of 6600 |
संयुक्त आयकर आयुक्त | Rs. 15,600-39,100
Grade pay of 7600 |
अतिरिक्त आयकर आयुक्त | Rs. 37,400-67,000
Grade pay of 8700 |
आयकर आयुक्त | Rs. 37,400-67,000
Grade pay of 10,000 |
प्रधान आयकर आयुक्त | HAG
scale of 67,000-79,000 |
मुख्य आयकर आयुक्त | HAG
the scale of 75,500–80,000 |
प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त | Rs. 80,000 (fixed) |
कैबिनेट सचिव (उच्चतम) | Rs. 90,000 (fixed) |
लोगों का मानना है और अक्सर ऐसा देखा गया है, कि आईआरएस ऑफिसर को प्रमोशन मिलने में आईपीएस और आईएएस ऑफिसर से ज्यादा साल लग जाता है
IRS (आईआरएस ) को मिलने वाली सुविधाएं
आईआरएस की नौकरी एक रॉयल जॉब माना जाता है, क्योंकि इसमें अच्छी सैलरी के साथ बहुत सारी अच्छी सुविधाएं भी सरकार के तरफ से मिलती हैं
किसी इंडियन रिवेन्यू सर्विस के ऑफिसर को मिलने वाली कुछ प्रमुख सुविधाएं निम्न है-
- निवास- नौकरानी, माली और सुरक्षा के साथ बंगला
- परिवहन- ड्राइवर के साथ कार
- बिल- पानी, बिजली, मोबाइल जैसे सभी बिल
- पेंशन- सेवानिवृत्ति के बाद आजीवन पेंशन
- यात्राएं- भारत और विदेश में मुफ्त पारिवारिक यात्राएं
आईआरएस अधिकारी की जिम्मेदारियां-
- आईआरएस अधिकारी का सबसे मुख्य काम उन सारे कदमों को उठाना होता है जिससे ज्यादा से ज्यादा टैक्स कलेक्शन सुनिश्चित हो सके
- अगर किसी व्यक्ति या कंपनी द्वारा भरे गए टैक्स में किसी तरह की कोई गलती नजर आती है तो उसे ठीक करने के लिए जरूरी कदम उठाना भी आईआरएस ऑफीसर का एक जरूरी काम है
- किसी तरह के घोटाले की को उजागर करना और उसकी जांच करना
- आईआरएस अधिकारियों की पोस्टिंग देश की सीमा और इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर की भी की जाती है, ताकि वे किसी भी तरह की तस्करी को रोक सके और देश को आर्थिक नुकसान से बचा सके
- देश की टैक्स व्यवस्था में समय के साथ सुधार के लिए जरूरी कदम उठाना भी इंडियन रिवेन्यू सर्विस के अधिकारियों का एक महत्वपूर्ण काम है
आईआरएस अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न-
आईएएस और आईआरएस में कौन बेहतर है
देखा जाए तो कई तरह से आईएएस आईआरएस से बेहतर है.
एक आईएएस अधिकारी को ज्यादा बड़ा कार्यक्षेत्र मिलता है, जिसमें उसे डायरेक्टली लोगों के लिए काम करने का मौका मिलता है
वही आईएएस अधिकारी की सैलरी भी आईएएस अधिकारी के मुकाबले थोड़ा ज्यादा होती है, और अधिकारी का प्रमोशन भी आईएएस अधिकारी के मुकाबले जल्दी हो जाता है
जैसे कि एक आईएएस अधिकारी को कमीशन बनने के लिए लगभग 16 साल समय लगता है जबकि आईआरएस अधिकारी को 20 से 22 साल लग जाता है
Sapna h mera bhi sir ye hi
aap achche se taiyari kijiye, jarur pura hoga